खबर तेज तक 🚇 Nagdev mandir morkha नागदेव मंदिर मोरखा 🛕 खबर तेज तक 🚇 🛕 Nagdev mandir morkha बाबा धनगोरी नागदेव मंदिर N agdev t...
खबर तेज तक 🚇Nagdev mandir morkha
- नागदेव मंदिर मोरखा 🛕खबर तेज तक 🚇
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नागदेव मंदिर मोरखा 🛕खबर तेज तक 🚇
🛕बाबा धनगोरी नागदेव मंदिर Nagdev temple image छिंदवाड़ा जिले और बैतूल जिले की सीमा पर प्राचीन मंदिर यहां सैकड़ों श्रद्धालुओं आस्था का केंद्र नागदेव मंदिर आस्था का केंद्र प्रतीक माना गया है यहां छिंदवाड़ा जिला और 2 जिले की सीमा पर बना नागदेव Nagdev mandir morkha Nagdev mandir morkha नागदेव मंदिर के नाम से जाना जा ता है या बाबा धनगौरी मोरखा मंदिर के नाम से जाना जाता है बैतूल जिले बाबा धनगौरी मोरखा स्थान के नाम से ज्यादा प्रसिद्ध है आसपास के क्षेत्र के लोग आसपास के क्षेत्र के लोग यहां पर आसपास के क्षेत्र लोग यहां पर नागदेव मंदिर अधिकांश लोग नवल युवक-युवती आते हैं यहां पर पुरानी मान्यता के हिसाब से अगर कोई युवक-युवती अगर नागदेव मंदिर में पूजन करती है खुशियों की कामना करते हैं अपने आने वाले समय अथवा आने वाले जीवन की खुशियों की कामना की मंदिर में आकर पूजन करते हैं अतः विवाहित जोड़े विवाह के बाद नव दंपति नागदेव मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं mandir morkha और भगवान का आशीर्वाद लेते हैं और वैवाहिक जीवन की शुरुआत करते हैं नागदेव मंदिर के गांव में जहां पर दोपहिया वाहन नागदेव मंदिर मोरखा चार पहिया वाहन अथवा नए काम की शुरुआत करने वाले लोग यहां पर बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं पूजन करने आते ऐसा कहा गया है कि यह मंदिर क्षेत्र की सबसे बड़ी विशाल नदी बेल नागदेव मंदिर मोरखा नदी के तट पर नागदेव मंदिर बसा हुआ है जिसकी कुल लंबाई 300 m. और नागदेव मंदिर यहां पर होने के उपलक्ष्य में प्रसिद्ध हो गया कुछ समय पहले कई दिनों तक यहां पर नाग देवता के दर्शन हुए इसीलिए अथवा मूर्ति स्थापित कर मंदिर का निर्माण हुआ और यहां पर सैकड़ों हजारों श्रद्धालु यहां पर आते हैं रविवार के दिन यहां पर दूर-दराज के लोग यहां पर आकर पूजा अर्चना करते हैं अथवा ऋषि पंचमी के अवसर और नाग पंचमी अन्य त्योहारों पर लोग mandir morkhaयहां पर बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं नागदेव मंदिर मोरखा पूजन करने आते ऐसा कहा गया है कि यह मंदिर क्षेत्र की सबसे बड़ी विशाल नदी बेल नदी के तट पर नागदेव मंदिर बसा हुआ है जिसकी कुल लंबाई और नागदेव मंदिर शादी है यहां पर होने के उपलक्ष्य में प्रसिद्ध हो गया कुछ समय पहले कई दिनों तक यहां पर नाग देवता के दर्शन हुए इसीलिए अथवामूर्ति स्थापित कर मंदिर का निर्माण हुआ और यहां पर सैकड़ों हजारों श्रद्धालु कहां पर रविवार के दिन यहां पर आते है
नागदेव मंदिर MORKHA
नागदेव मंदिर के नाम से जाना जाता है या बाबा धन गौरी मोर का मंदिर दिखा दे जो कि बैतूल जिले स्थान के नाम से ज्यादा प्रसिद्ध है आसपास के क्षेत्र के लोग आसपास के क्षेत्र के लोग यहां पर आसपास के क्षेत्र लोग यहां पर नागदेव मंदिर अधिकांश लोग नवल युवक-युवती आते हैं यहां पर पुरानी मान्यता के हिसाब से अगर कोई युवक-युवती अगर नागदेव मंदिर में पूजन करती है तू अपने आने वाले समय अथवा आने वाले जीवन की खुशियों की कामना दूर-दराज के लोग यहां पर आकर पूजा अर्चना करते हैं अथवा ऋषि पंचमी के अवसर और अन्य त्योहारों पर लोग
नागदेव मंदिर के नाम से जाना जा ता है या बाबा धनगौरी मोरखा मंदिर के नाम से जाना जाता है बैतूल जिले बाबा धनगौरी मोरखा स्थान के नाम से ज्यादा प्रसिद्ध है आसपास के क्षेत्र के लोग आसपास के क्षेत्र के लोग यहां पर आसपास के क्षेत्र लोग यहां पर नागदेव मंदिर अधिकांश लोग नवल युवक-युवती आते हैं यहां पर पुरानी मान्यता के हिसाब से अगर कोई युवक-युवती अगर नागदेव मंदिर में पूजन करती है खुशियों की कामना करते हैं अपने आने वाले समय अथवा आने वाले जीवन की खुशियों की कामना की मंदिर में आकर पूजन करते हैं अतः विवाहित जोड़े विवाह के बाद नव दंपति नागदेव मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं और भगवान का आशीर्वाद लेते हैं और वैवाहिक जीवन की शुरुआत करते हैं नागदेव मंदिर के गांव में जहां पर दोपहिया वाहन चार पहिया वाहन अथवा नए काम की शुरुआत करने वाले लोग यहां पर बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं पूजन करने आते ऐसा कहा गया है कि यह मंदिर क्षेत्र की सबसे बड़ी विशाल नदी बेल नदी के तट पर नागदेव मंदिर बसा हुआ है जिसकी कुल लंबाई 300 miter
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